मप्र / अपने ही दाे शावक खा गई शेरनी, जू प्रबंधन बेखबर

शावकों के बीमार, कमजोर होने की आशंका में ही ऐसा करती है शेरनी


इंदाैर . कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय में 18 दिन पहले लॉयन के परिवार में जन्मे तीन शावकाें में से दाे काे मां बिजली ही खा गई। घटना चार-पांच दिन पहले की है लेकिन जू प्रबंधन काे इसकी भनक तक नहीं लगी। प्रबंधन काे शनिवार रात इसका पता चला। बिजली ने दाेनाें शावकाें काे पूरी तरह खा लिया, सिर्फ गर्दन का कुछ हिस्सा छोड़ा। हालांकि जिस पिंजरे में बिजली ने शावकों को जन्म दिया था, वहां सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे थे।


जबकि पहले हुई इसी तरह की घटना के बाद तय किया था कि सभी पिंजराें में कैमरे लगाए जाएंगे। पशु विशेषज्ञ डॉक्टरों का कहना है कि इस स्थिति को केन्नाबोलिजम कहा जाता है। यह वह परिस्थिति होती है जब शावक कमजोर, बीमार या सुस्त पैदा हाेता है तो मां ही उन्हें मार देती है। यह सिर्फ बिल्ली और श्वान प्रजाति में ही होता है। जू के प्रभारी अधिकारी डॉ. उत्तम यादव के अनुसार चूंकि शेरनी अपने आसपास किसी को फटकने नहीं दे रही थी, इसलिए यह पता नहीं चल पा रहा था कि शावक कमजोर थे या सामान्य। उस हिस्से में कैमरे भी नहीं थे, इसलिए दिक्कत आई।


स्नैक हाउस देखने उमड़ी भीड़, 21 हजार दर्शक पहुंचे


रविवार को जू में भारी भीड़ उमड़ी। 21 हजार 100 दर्शक जू पहुंचे। 20 रुपए प्रति टिकट के हिसाब से जू को 4 लाख 22 हजार रुपए की कमाई हुई। सांप घर के बाहर सबसे ज्यादा भीड़ रही। जू के बाहर शाम करीब 5 बजे यह स्थिति थी कि टिकट के लिए लंबी कतार लगी थी। डॉ. यादव के अनुसार 21 हजार से ज्यादा दर्शक पहुंचे। सामान्य तौर पर रविवार को 15 से 18 हजार दर्शक आते हैं। सांप घर खुलने के बाद दर्शकों की संख्या में इजाफा हुआ है |